TheTricontinental
Donate
  • English
  • Español
  • Português
  • Français
  • हिन्दी
  • Türkçe
  • Русский
  • Deutsch
  • العربية
  • Chinese
  • About
    • Mission
    • STAFF
    • History
  • Research
    • Overview
    • Brasil
    • Argentina
  • Publications
    • General overview
    • Newsletters
    • Dossiers
    • Red alerts
    • Working documents
    • Notebooks
    • Briefings
    • Studies
    • Texts
    • Interviews
  • Art
    • Highlights
    • Gallery
    • Network
  • Contact
  • About
    • Mission
    • STAFF
    • History
  • Research
    • Overview
    • Brasil
    • Argentina
  • Publications
    • General overview
    • Newsletters
    • Dossiers
    • Red alerts
    • Working documents
    • Notebooks
    • Briefings
    • Studies
    • Texts
    • Interviews
  • Art
    • Highlights
    • Gallery
    • Network
  • Contact

Buscar

newsletter

तुम जीतो सच की ये बाज़ी, है ये दुआ मेरी: तीसरा न्यूज़लेटर (2021)

जनवरी 21, 2021
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन हज़ारों किसान और खेत-मज़दूर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालेंगे। उनका मक़सद है अपने संघर्ष को सरकार के दरवाज़े तक लेकर जाना। पिछले दो महीनों से ये किसान और खेत-मज़दूर अपने श्रम को कॉर्पोरेट घरानों के हाथ सौंपने वाली सरकारी नीतियों के ख़िलाफ़ धरने पर बैठे हैं। महामारी के दौरान जिन कॉर्पोरेट घरानों की संपत्ति में बेतहाशा वृद्धि हुई है।

वो देश जहाँ स्वतंत्रता एक मूर्ति है: दूसरा न्यूज़लेटर (2021)

जनवरी 14, 2021

हम एक आपात स्थिति में रह रहे हैं जिसके लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है (नोम चॉम्स्की के साथ मिलकर लिखा गया एक नोट): पहला न्यूज़लेटर (2021)

जनवरी 7, 2021
नये साल का पहला न्यूज़लेटर हम अपने दोस्त, महान भाषाविद नोम चॉम्स्की के साथ मिलकर लिखा है। हालाँकि महामारी हम सभी के दिमाग़ में इस समय प्रमुख मुद्दा है, लेकिन कई अहम मुद्दे हैं जो हमारी प्रजाति और हमारे ग्रह की लंबी उम्र के लिए ख़तरा बने हुए हैं। परमाणु युद्ध, जलवायु आपदा और सामाजिक पतन द्वारा विनाशकारी ख़तरों पर पर्याप्त और तत्काल ध्यान देने के लिए ठोस अंतर्राष्ट्रीयतावाद आवश्यक है। हमारे सामने लक्ष्य कठिन हैं, लेकिन उन्हें स्थगित नहीं किया जा सकता है।

भविष्य में वही होगा जिसकी बुनियाद हम आज डालेंगे: 53वाँ न्यूज़लेटर (2020)

दिसम्बर 31, 2020
संयुक्त राष्ट्र संघ का अधिकारपत्र, ट्राइकांटिनेंटल: सामाजिक अनुसंधान संस्थान, में हमारे काम का प्रेरणास्रोत है। इस अधिकारपत्र के लक्ष्यों को आगे बढ़ाना मानवता के निर्माण की दिशा में एक आवश्यक क़दम है, यह एक मानवीय आकांक्षा है न कि अवधारणात्मक तथ्य; हम अभी मानव नहीं बने हैं, परंतु हम मानव बनने का प्रयास कर रहे हैं।हम अपने उन आंदोलनों से प्रेरणा लेते हैं, जो आपदा को अवसर के रूप में इस्तेमाल करने वाली पूँजीवादी सरकारों का दृढ़ता से विरोध कर रहे हैं। उनकी दृढ़ता हमें हिम्मत देती है। हमारे द्वारा किए जाने वाले सभी काम आंदोलनों से प्रेरित होते हैं।

सारी तोपें चुपचाप खड़ी ज़ंग खाती रहेंगी: 52वाँ न्यूज़लेटर (2020)

दिसम्बर 24, 2020
ये साल महामारी से प्रभावित रहा, एक वायरस ने दुनिया भर के समाजों को अपनी चपेट में ले लिया। जिन सरकारों ने महामारी से निपटने के लिए अधिक वैज्ञानिक और मानवीय दृष्टिकोण अपनाया उनमें से एक है भारत के केरल राज्य की एलडीएफ़ (वाम लोकतांत्रिक मोर्चा) सरकार। इसके अलावा, राज्य में संगठित सार्वजनिक कार्रवाई के लंबे इतिहास के परिणामस्वरूप -जिनका अक्सर कम्युनिस्टों और समाज सुधारकों ने नेतृत्व किया- ट्रेड यूनियनों, सहकारी समितियों, छात्र और युवा संगठनों, महिला संगठनों और अन्य संगठनों ने जनता तक जानकारी पहुँचाने और राहत प्रदान करने के लिए बहुत ही अनुशासित तरीक़े से काम किया।

क्रांतिकारी जब उठ खड़े होते हैं, तब वो किसी बात की चिंता नहीं करते, सिवाय प्यार के: 51वाँ न्यूज़लेटर (2020)

दिसम्बर 17, 2020

newsletter

तुम जीतो सच की ये बाज़ी, है ये दुआ मेरी: तीसरा न्यूज़लेटर (2021)

जनवरी 21, 2021

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन हज़ारों किसान और खेत-मज़दूर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालेंगे। उनका मक़सद है अपने संघर्ष को सरकार के दरवाज़े तक लेकर जाना।

वो देश जहाँ स्वतंत्रता एक मूर्ति है: दूसरा न्यूज़लेटर (2021)

जनवरी 14, 2021

हम एक आपात स्थिति में रह रहे हैं जिसके लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है (नोम चॉम्स्की के साथ मिलकर लिखा गया एक नोट): पहला न्यूज़लेटर (2021)

जनवरी 7, 2021

नये साल का पहला न्यूज़लेटर हम अपने दोस्त, महान भाषाविद नोम चॉम्स्की के साथ मिलकर लिखा है। हालाँकि महामारी हम सभी के दिमाग़ में इस समय प्रमुख मुद्दा है, लेकिन कई अहम मुद्दे हैं जो हमारी प्रजाति और हमारे ग्रह की लंबी उम्र के लिए ख़तरा बने हुए हैं।

भविष्य में वही होगा जिसकी बुनियाद हम आज डालेंगे: 53वाँ न्यूज़लेटर (2020)

दिसम्बर 31, 2020

संयुक्त राष्ट्र संघ का अधिकारपत्र, ट्राइकांटिनेंटल: सामाजिक अनुसंधान संस्थान, में हमारे काम का प्रेरणास्रोत है।

सारी तोपें चुपचाप खड़ी ज़ंग खाती रहेंगी: 52वाँ न्यूज़लेटर (2020)

दिसम्बर 24, 2020

ये साल महामारी से प्रभावित रहा, एक वायरस ने दुनिया भर के समाजों को अपनी चपेट में ले लिया। जिन सरकारों ने महामारी से निपटने के लिए अधिक वैज्ञानिक और मानवीय दृष्टिकोण अपनाया उनमें से एक है भारत के केरल राज्य की एलडीएफ़ (वाम लोकतांत्रिक मोर्चा) सरकार।

क्रांतिकारी जब उठ खड़े होते हैं, तब वो किसी बात की चिंता नहीं करते, सिवाय प्यार के: 51वाँ न्यूज़लेटर (2020)

दिसम्बर 17, 2020

Subscribe

Donate

Subscribe

Sign up for our weekly newsletter, a curated note that offers a window into some of the struggles and conflicts of our time.

Subscription

Sign up for our weekly newsletter, a curated note that offers a window into some of the struggles and conflicts of our time.

Subscription

Donate

Privacy Policy & Creative Commons
     
  • English
  • Español
  • Português
  • Français
  • हिन्दी
  • Türkçe
  • Русский
  • Deutsch
  • العربية
  • Chinese
Subscribe
Donate

Sign up for our weekly newsletter, a curated note that offers a window into some of the struggles and conflicts of our time.

Subscription

Sign up for our weekly newsletter, a curated note that offers a window into some of the struggles and conflicts of our time.

Subscription

  • English
  • Español
  • Português
  • Français
  • हिन्दी
  • Türkçe
  • Русский
  • Deutsch
  • العربية
  • Chinese
  • enEnglish
  • esEspañol
  • pt-ptPortuguês
  • frFrançais
  • hiहिन्दी
  • trTürkçe
  • ruРусский
  • deDeutsch
  • arالعربية
  • zhChinese